Skip to main content

शिक्षा समाचार

5636893714097485914

Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana 2023

Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana 2023

 

Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana 2023 उद्देश्य

राजस्थान इंदिरा गांधी मातृत्व योजना का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं और स्तनपान करने वाली महिलाओं और 3 वर्ष तक के बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण की स्थिति में सुधार लाकर जन्म के समय कम वजन और दुर्बलता की घटनाओं को कम करना है। इंदिरा गांधी मातृत्व योजना का उद्देश्य राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के प्रावधानों की पालना के साथ-साथ राजस्थान सरकार की कुपोषण निवारण रणनीति ‘सुपोषित राजस्थान विजन 2022’ का लक्ष्य पूरा करने के लिए सामाजिक एवं व्यावहारिक परिवर्तन संचार रणनीति को अपनाना भी है।

इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना की शुरुआत 19 नवंबर 2020 को मुख्यमंत्री द्वारा की गई थी। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने वर्ष 2020-21 की बजट घोषणा में राजस्थान के पास जनजातीय जिलों प्रतापगढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, उदयपुर तथा बारां में इस योजना को प्रारंभ किया था। फिर 1 अप्रैल 2022 से इस योजना को राजस्थान के सभी जिलों के लिए लागू कर दिया है। इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना के तहत राजस्थान की 3 लाख 50 हजार गर्भवती महिलाएं प्रतिवर्ष इसका लाभ ले सकती हैं। इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना में दूसरी संतान के जन्म पर लाभार्थी को पांच किस्तों में 6000 रुपए का नगद लाभ दिया जाता है।

Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana 2023 योजना का क्षेत्र

राजस्थान इंदिरा गांधी मातृत्व योजना को शुरुआत में 5 जिलों (प्रतापगढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, उदयपुर तथा बारां) में लागू किया गया था। इंदिरा गांधी मातृत्व योजना 2023 को वर्तमान में सभी जिलों में लागू कर दिया है।

Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana 2023 लाभ

इंदिरा गांधी मातृत्व योजना 2023 के अंतर्गत दूसरी संतान के जन्म पर लाभार्थियों को निम्नलिखित पांच चरणों में 6000 रुपए का नगद लाभ दिया जाएगा। यह राशि लाभार्थी के खाते में सीधी जमा की जाएगी।

किस्तशर्तेंराशि
प्रथमगर्भावस्था जांच एवं पंजीकरण (ANC & Registration) होने पर (अंतिम माहवारी तिथि से 120 दिनों के भीतर पंजीकरण होने पर)1000
द्वितीयकम से कम 2 प्रसव पूर्व जांचें (ANC) पूरी होने पर (गर्भावस्था के 6 माह के भीतर)1000
तृतीयबच्चों के जन्म पर

(निर्धारित संस्थान में संस्थागत प्रसव (Institutional Delivery) पर)

1000
चतुर्थबच्चों के 3.5 माह (105 दिवस) की उम्र तक के सभी नियमित टीके लग जाने एवं नवजात बच्चे का जन्म पंजीकरण होने पर ( टीकाकरण के अंतर्गत बच्चों को BCG, OPV, DPT और हेपेटाइटिस-बी या इसके समकक्ष विकल्प की प्रथम खुराक प्राप्त करने पर)2000
पांचवींद्वितीय संतान के उपरांत दंपत्ति द्वारा संतान उत्पत्ति के तीन माह के भीतर स्थाई परिवार नियोजन साधन अपने जाने अथवा महिला द्वारा कॉपर-टी लगवाई जाने पर1000

Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana 2023 प्रक्रिया

इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना एक पेपरलेस योजना है। Rajasthan Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana 2023 में लाभार्थियों के आवेदन और चयन प्रक्रिया ऑनलाइन की जाती है। Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana 2023 का लाभ लेने के लिए पीसीटीएस पर पंजीकरण, जन आधार आईडी और मोबाइल नंबर होना आवश्यक है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के पीसीटीएस को आईसीडीएस के राज पोषण पोर्टल के साथ एकीकृत किया गया है। पीसीटीएस आईडी पर पंजीकृत महिला द्वारा कोई भी जानकारी जैसे प्रसव पूर्व जांच, शिशु टीकाकरण, परिवार नियोजन साधन आदि का विवरण लिया जा सकता है। योजना की शर्तों का अनुपालन करने पर लाभार्थी की जानकारी स्वतः ही राजपोषण पोर्टल में पंजीकृत हो जाती है।

Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana 2023 Required Documents

इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना 2023 के लिए आवश्यक दस्तावेज इस प्रकार है

  • ममता कार्ड की फोटो कॉपी
  • जन आधार कार्ड
  • आधार कार्ड
  • बैंक पासबुक की फोटो कॉपी
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • मोबाइल नंबर।

Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana 2023 आवेदन प्रक्रिया

महिलाएं इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना 2023 का लाभ लेने के लिए अपनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/ सहायिका की सहायता ले सकती है। इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना 2023 के लिए लाभार्थी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसमें चयन प्रक्रिया भी ऑनलाइन होगी। इसके लिए समेकित बाल विकास सेवाएं निदेशालय के अंतर्गत एक पोर्टल विकसित किया गया है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता या आशा सहयोगिनी से आवश्यकतानुसार उत्तर की प्रति सत्यापन करते हुए चरणबद्ध रूप में निर्धारित राशि के भुगतान की व्यवस्था की जाएगी लाभार्थी को राशि का भुगतान उसके व्यक्तिगत जन आधार से जुड़े बैंक अकाउंट में किया जाएगा।